उभय दंतुक लिगेंड क्या हैै आप को यह परिभाषा बहुत ही जल्द याद हो जायेगी क्योंकि यह परिभाषा बहुत ही सरल शब्दों से बनाई गई है
परिभाषा– इन्हें दोहरे दंतुक लिगेड भी कहते हैं
जिन लिगेंडो में एक से अधिक प्रकार के दाता परमाणु हों और वह परिस्थिति के अनुसार उनमें से किसी भी दाता परमाणु के द्वारा उपसहसंयोजक बन्ध बना सकता हो , तो ऐसे लिगैण्ड को दोहरे दन्तुक लिगैण्ड कहते हैं ।
उदाहरणार्थ- SCN आयन में नाइट्रोजन व सल्फर दोनों ही दाता परमाणु हैं और परिस्थितियों के अनुसार इसका N परमाणु उपसहसंयोजन बन्ध बनाकर M - NCS आइसोथायोसायनेटो संकुल बना सकता है , तो S परमाणु उपसहसंयोजक बन्ध बनाकर M - SCN थायोसायनेटो संकुल बना सकता है । इसी प्रकार No²-, भी एक दोहरा दन्तुक लिगैण्ड है जो M–ONO नाइट्राइटो संकुल अथवा M - NO² , नाइट्रो संकुल बना सकता है ।