जब किसी वस्तु को ऊंचाई से गिराया जाता है तो वह पृथ्वी की ओर ही गिरती है हम जानते हैं कि सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है इन सभी अवस्थाओं में वस्तुओं पर ग्रहों पर तथा चंद्रमा पर लगने वाला बल कोई अवश्य होना चाहिए न्यूटन इस तथ्य को समझ गए थे की इन सभी के लिए एक ही बल उत्तरदायी है इस बल को गुरुत्वाकर्षण बल कहते हैं
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चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है किसी वस्तु को जब ऊपर की ओर फेंकते हैं तो वह कुछ ऊंचाई तक ऊपर पहुंचती है और फिर नीचे की ओर गिरने लगती है कहते हैं की जब न्यूटन एक पेड़ के नीचे बैठे थे तो एक शेर उन पर गिरा सेव के गिरने की क्रिया ने न्यूटन को सोचने के लिए प्रेरित किया उन्होंने सोचा कि यदि पृथ्वी सेव को अपनी और आकर्षित कर सकती है तो क्या यह चंद्रमा को आकर्षित नहीं कर सकती क्या दोनों स्थितियों में वही बल लग रहा है उन्होंने अनुमान लगाया कि दोनों अवस्थाओं में एक ही प्रकार का बल उत्तरदायी है उन्होंने तर्क दिया कि अपनी कक्षा के प्रत्येक बिंदु पर चंद्रमा किसी सरल रेखिए पथ पर गति नहीं करता वरना पृथ्वी की ओर गिरता रहता अतः वह अवश्य ही पृथ्वी द्वारा आकर्षित होता है लेकिन हम वास्तव में चंद्रमा को पृथ्वी की ओर गिरते हुए नहीं देखते