कोरोना वायरस के कारण आदेश आप सभी को पता है आपकी परीक्षा पहले स्थगित की गई थी उसके बाद ज्यादा कोरोना का संक्रमण होने के कारण उनकी तिथि बढ़ाई गई लेकिन अब अंत में आप की परीक्षाओं को मद्देनजर रखते हुए आपका ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया है
सरकार का फैसला, 30 जून तक ग्रीष्मावकाश कॉलेज विश्वविद्यालयों में दो महीने की छुट्टी
देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोना के चलते स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों के छात्र- छात्राओं की पढ़ाई सबसे अधिक प्रभावित हो रही है। सभी शैक्षणिक संस्थान बंद है। ऐसे में राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में दो माह का ग्रीष्मावकाश घोषित कर दिया है, जिसके अनुसार इस सत्र का ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 मई (शनिवार) से 30 जून तक रहेगा। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग और राज्य सरकार ने प्रदेश के स्कूलों में 45 दिन का ग्रीष्मावकाश पहले ही घोषित कर दिया है।
कार्मिक मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे
कोरोना से उत्पन्न विकट परिस्थितियों के कारण सभी प्राचार्य, शिक्षक और कार्मिक इस अवकाश के दौरान अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए उनकी सेवाएं सरकार और कॉलेज शिक्षा निदेशालय ले सकता है। यदि किसी विषम परिस्थिति में मुख्यालय छोड़ना आवश्यक हो तो मोबाइल हमेशा चालू रखेंगे। इस महामारी हमे के दौरान किसी भी कार्मिक की सेवाएं सरकार ले सकती है। ग्रीष्मावकाश के दौरान यदि विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं होती है तो सभी शैक्षणिक व कार्मिकों को अनिवार्य रूप से उपस्थित होना होगा। वहीं सरकार के निर्देश पर ही अपने कार्यालय खोले जाएंगे।