विषमदैशिकता क्या होती हैं,विषमदैशिकता in english,विषमदैशिकता

 Q.विषमदैशिकता किसे कहते हैं, संक्षिप्त में बताओ

यहां आपको विषम दे सकता कि बिल्कुल सरल परिभाषा देखने को मिलेगी आप सभी को पता है कि विषम दे सकता से संबंधित प्रश्न बदलकर भी आते हैं तो जो प्रश्न पसंद आ सकता से संबंधित आते हैं उसमें आप यह परिभाषा लिख सकते हैं

उत्तर- 

विषमदैशिकता-घनीय क्रिस्टल संरचना को छोड़कर अन्य सभी क्रिस्टलीय ठोसों के भौतिक गुणधर्म, जैसे—चालकता, अपवर्तनांक, कठोरता, तनन सामर्थ्य, यांत्रिक सामर्थ्य आदि के मान विभिन्न दिशाओं में भिन्न-भिन्न होते हैं। यह गुण विषमदैशिकता कहलाता है। घनीय क्रिस्टल को छोड़कर सभी क्रिस्टलीय ठोस विषमदैशिक होते हैं।


विषमदैशिकता का कारण– – निम्न चित्र में क्रिस्टलीय ठोस में उपस्थित अवयवी कणों की एक निश्चित अवस्था प्रदर्शित की गयी है—

.....


यदि क्रिस्टलीय ठोस में प्रकाश पुंज को AB दिशा में गुजारते हैं तो प्रकाश मार्ग के दोनों ओर समान अवयवी कणों की पंक्तियाँ उपस्थित होती हैं जबकि CD दिशा में दोनों प्रकार के अवयवी कण एकान्तर क्रम में उपस्थित होते हैं। अत: AB दिशा और CD दिशा में अवयवी कणों का प्रभाव भिन्न-भिन्न पड़ने के कारण, प्रकाश के अपवर्तनांक के भिन्न-भिन्न मान प्राप्त होते हैं। इस प्रकार अन्य भौतिक गुणों के मान भी भिन्न-भिन्न दिशाओं में भिन्न-भिन्न होते हैं, जिसे विषमदैशिकता कहते

 हैं।

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