पैट्रोमाइजॉन के सामान्य लक्षण निम्नांकित हैं -
(1) इसको सामान्यतया लैम्प्रे नाम से भी पुकारा जाता है । (2) ये समुद्री अथवा अस्वच्छ जल में पायी जाती है, जो सामान्यतया
मछलियों एवं कछुओं पर बाह्य परजीवी रक्ताहारी प्राणी के रूप में रहती है।
(3) मुख अधरतल पर एक चूषककीय कीप में स्थित होता है।
(4) मुख पर अनेक शृंग के समान दाँत पाये जाते हैं।
(5) पृष्ठ सतह पर एक नासाछिद्र उपस्थित रहता है। (6) प्रत्येक पार्श्व सतह पर सात जोड़ी क्लोम थैले एवं क्लोम पाये जाते हैं।
(7) अन्त:कर्ण में दो अर्द्धवृत्ताकार नलिकाएँ पायी जाती हैं।
(8) पृष्ठीय' पंख (dorsal fin) पाया जाता है।
(१) इनका मस्तिष्क अधिक सुविकसित होता है।
(10) 10 जोड़ी कपाल तंत्रिकाएँ उपस्थित होती हैं।
(11) इनमें पूर्णभंजी विखण्डन पाया जाता है।
(12) अंडे छोटे, परन्तु संख्या में काफी अधिक होते हैं।
(13) विकास अप्रत्यक्ष रूप से लार्वा द्वारा होता है।